अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये,
क्यों न हम सब खिचड़ी पकाय मिल जुल कर सब उसे हराये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
देश हित को ठेंगा दिखाय मख्खी सा सब झुण्ड बनाय ,
अपनी अपनी गंदगी लेके एक जगह सब दिए मिलाय |
दलदल कीचड़ गटर गिलावा कुछ भी कह लो इसको भाई ,
धुर्र बिरोधी संग में आये बेशर्मी सा हसे हसाय ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
सबको डर बस यही सताय बाप बिरासत छीन न जाये,
बाप ने लूटा दादा लूटे वो भी चाहे लूट मचाए |
हमरा राज्य हमरी अमानत कही ये डेरा छिन न जाये,
बाप बिरासत समझे सत्ता लूट पाट सब मिलजुल खाये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
चूस गरीबन महल बनाये बन दीमक ये देश को खाये,
देश का हित ये कबका भूले अपने हित को संग में आये |
टैक्स खा गए पूरा पूरा धंधा इनका हर दिन फूला ,
अब ये पइसा खा नहीं पा रये मोदी सबको मुँह फुलवाय
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
एक मंच ये साझा कर रये सांप नेवले कौवे बगुले,
सांप नेवले गले मिल रहे मोदी पर सब कीचड़ मल रहे |
देखो मोदी भारत को लल्ला इन सब पर वो भारी पड़ रये ,
जनता भी ये समझे जाने सब दल बदलू प्राण पटक रये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
रचित --अमित कुमार गुप्ता
गिरगिट जोकर बुआ बबुवा दीदी पी.डी चारा खउआ |
बिकट बिरोधी सत्ता भोगी सबको सूझा यही उपाय ,क्यों न हम सब खिचड़ी पकाय मिल जुल कर सब उसे हराये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
देश हित को ठेंगा दिखाय मख्खी सा सब झुण्ड बनाय ,
अपनी अपनी गंदगी लेके एक जगह सब दिए मिलाय |
दलदल कीचड़ गटर गिलावा कुछ भी कह लो इसको भाई ,
धुर्र बिरोधी संग में आये बेशर्मी सा हसे हसाय ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
सबको डर बस यही सताय बाप बिरासत छीन न जाये,
बाप ने लूटा दादा लूटे वो भी चाहे लूट मचाए |
हमरा राज्य हमरी अमानत कही ये डेरा छिन न जाये,
बाप बिरासत समझे सत्ता लूट पाट सब मिलजुल खाये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
चूस गरीबन महल बनाये बन दीमक ये देश को खाये,
देश का हित ये कबका भूले अपने हित को संग में आये |
टैक्स खा गए पूरा पूरा धंधा इनका हर दिन फूला ,
अब ये पइसा खा नहीं पा रये मोदी सबको मुँह फुलवाय
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
एक मंच ये साझा कर रये सांप नेवले कौवे बगुले,
सांप नेवले गले मिल रहे मोदी पर सब कीचड़ मल रहे |
देखो मोदी भारत को लल्ला इन सब पर वो भारी पड़ रये ,
जनता भी ये समझे जाने सब दल बदलू प्राण पटक रये ||
अब हर भ्रष्टाचारी घबराये मोदी फिर से आ ना जाये
रचित --अमित कुमार गुप्ता