शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

"Old यार Gold यार"

एक दो तीन चार सब मिल बैठे old यार
महफ़िल जमेगी आज गप-शप होगी सारी रात
टांग खिचाई सारी रात तेरी मेरी उसकी बात

old यार हा हा Old  यार-Gold  यार हा हा Gold  यार

पैग बना बे harder सब को कर दे bolder
धीरे धीरे पीना यार जल्दी में न चढ़ती धार
सांस रोककर मुँह से खींच पैग-द-विस्की स्वीट स्वीट
हार्ड पैग को हल्लू हल्लू जो भी ऐसे लेता
बाहुबली भी हो जाता है उस चंगु का चेला

old यार हा हा Old  यार-Gold  यार हा हा Gold  यार

रचित -अमित कुमार गुप्ता



 

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