गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010

"यादे"

यादो में हमें फिर याद किया ------जो याद कभी ना करता था  |
यादो में फिर वो मिला हमें ----  जो यादो में तक ना मिलता था  ||
यादो में उनसे बात हुई जिनसे ----  सपना महज था  बातो का  |
यादो में ही दीदार हुवा  ---------   उस ईद के चाँद से टुकड़े का  ||
यादो में हम तब एक हुवे ---------  यादो में ही हम घुले मिले  |
यादो में रहे अब जी करता -------  ये याद हटे ना मन करता  ||
अब टूट चुकी है यादे मेरी--------    यादो में ना विश्वास रहा |
याद ना आये उसकी वो यादे ------  यादो से अब तो डर लगता  ||
पर;यादे पीछा करती है -----------   यादो से याद दिलाती है  |
जिन यादो से में भागता हूँ  --------  वो यादे फिर आ जाती है ||
साथ बिताये वक़्त की यादे -------  यादो को जिन्दा करती है |
भर देती है प्रेम ये दिल में --------    मीठा दर्द ये देती है ||
आओ तुम मेरी यादो में   --------  याद बहुत में करता हूँ  |
यादो के संग में जीता हूँ   -------  यादो से हर पल मरता हूँ   ||
यादो से संजोया है मेने  -------    तेरी  यादो का गुल्लिस्ता |
तुम  याद रखो  तो यादे है ------- वरना ये दहकता रेगिस्ता  ||


AMIT KUMAR GUPTA
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