यादो में हमें फिर याद किया ------जो याद कभी ना करता था |
यादो में फिर वो मिला हमें ---- जो यादो में तक ना मिलता था ||
यादो में उनसे बात हुई जिनसे ---- सपना महज था बातो का |
यादो में ही दीदार हुवा --------- उस ईद के चाँद से टुकड़े का ||
यादो में हम तब एक हुवे --------- यादो में ही हम घुले मिले |
यादो में रहे अब जी करता ------- ये याद हटे ना मन करता ||
अब टूट चुकी है यादे मेरी-------- यादो में ना विश्वास रहा |
याद ना आये उसकी वो यादे ------ यादो से अब तो डर लगता ||
पर;यादे पीछा करती है ----------- यादो से याद दिलाती है |
जिन यादो से में भागता हूँ -------- वो यादे फिर आ जाती है ||
साथ बिताये वक़्त की यादे ------- यादो को जिन्दा करती है |
भर देती है प्रेम ये दिल में -------- मीठा दर्द ये देती है ||
आओ तुम मेरी यादो में -------- याद बहुत में करता हूँ |
यादो के संग में जीता हूँ ------- यादो से हर पल मरता हूँ ||
यादो से संजोया है मेने ------- तेरी यादो का गुल्लिस्ता |
तुम याद रखो तो यादे है ------- वरना ये दहकता रेगिस्ता ||
AMIT KUMAR GUPTA
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